गुरुवार, 3 जनवरी 2013

जब बात हो आपकी और आपके डॉक्टर की

हमारे समाज में हम अक्सर डॉक्टर के पास तभी जाते हैं, जब हम किसी स्वास्थ्य समस्या से बज्हुत ज्यादा परेशान हो जाते है। अक्सर हमारी कोशिश यहीं रहती है कि हम जितना संभव हो सकें इस मुलाकात को आगे की और बधास्ते जाएँ। और यहीं कारण होतो है कि हमारे पास समस्याओं का भण्डार होता है, जिन्हें डॉक्टर से मिलने पर भूलना कोई बहुत अदि बात नहीं है। आईये, मूलचंद मेडिसिटी के इंटरनल मेडिसिन, कन्सलटेंट डॉ विरेन्द्र आनंद से इस लेख में जानने का प्रयास करते है कि  आपका आपके डॉक्टर के साथ कैसा रिश्ता होना चाहिए। 

डॉक्टर्स हमारे शरीर को स्वस्थ बनायें रखने में मदद करते है। इसके बावजूद भी, हम अक्सर उनसे दुरी बनाएं रखते है। जोकि गलत है। हमें प्रयास यहीं करना चाहिए कि जब भी किसिस स्वास्थ्य समस्या या अपने भीतर कोई शारीरिक व मानसिक बदलाव देखे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।

कब ले सलाह:

स्वयं डॉक्टर न बनें। यह एक ऐसा नियम है जिसे हम सभी को सिखने की सबसे ज्यादा जरुरत है। अक्सर हम डॉक्टर की फीस खर्च, समय की बर्बादी और परेशानी से बचने के लिए डॉक्टर के पास जाने से बचते रहते है। हमें जरुरत इस बात की है कि हम अपने लक्षणों को मंदेखा न करें। अब सवाल उठता है कि  कब ले डॉक्टरी परामर्श -

  • किसी भी प्रकार के शारीरिक बदलाव। जैसे - वजन का अचानक बढ़ना या कम होना।
  • चक्कर आने पर या कमजोरी महसूस होने पर।
  • किसी प्रकार के घाव का लम्बे समय तक ठीक न होने पर। 
  • बबर-बार सर्दी-जुकाम या बुखार आने पर।
  • इसके आलावा, अन्य लक्षण जैसे- सोते समय पसीना आना, तेज सर दर्द रहना, बेहोशी आना, आदि।
कैसे करें मिलने की तैयारी:

जिस तरह आप अपने किसी दोस्त या रिश्तेदार से मिलने से पहले थोड़ी बहुत तैयारी करते हसी, ठीक उसी तरह किसी डॉक्टर से मिलने से पहले कुछ तैयारी करना जरुरी है।
  • जब भी डॉक्टर के पास जाना हो, सबसे पहले अपनी सुविधा के अनुसार डॉक्टर का अपॉइंटमेंट लें। कई बार समय की कमी या व्यस्तता के कारन हम अपॉइंटमेंट लेने के बाद भी हम डॉक्टर से मिल नही पाते है। इसलिए अपॉइंटमेंट अपनी सुविधा के अनुसार ही लें।
  • हमेशा अपनी स्वास्थ्य समस्याओं को कागज पर लिख ले। इस बात की सलाह सभी डॉक्टर भी देते है। यह बिलकुल भी न सोचें कि आप अपने सवालों को याद रख पाएंगे। खासतौर पर यदि आप अपने बच्चे को डॉक्टर के पास लेकर जा रहे है तो पूछे जाने वाले सवालों को अवश्य लिख ले। लिखने के कारन आप अपनी किसी भी समस्या पर चर्चा करना भूलते नहीं है।
  • यदि आप डॉक्टर से दुबारा मिलने जा रहें है तो डॉक्टर द्वारा नोट की जाने वाली बातों का रिकॉर्ड भी साथ लेकर जाएँ। जैसे- तेज बुखार होने पर यदि डॉक्टर आपसे दवा के सेवन के साथ-साथ हर चार घंटे में तापमान नोट करने की सलाह दें तो इसका एक रिकॉर्ड अवश्य बना ले। इस रिकॉर्ड को अपने साथ लेकर जाएँ। 
  • अपने स्वास्थ्य समस्या सम्बन्धी रिकार्ड्स व डॉक्टर का परचा अवश्य लेकर के जाएँ।
डॉक्टर से मिलने पर :

डॉक्टर से मिलने पर हड़बड़ाए नहीं। बल्कि आप जिस काम के लिए डॉक्टर के पास आयें है उसे निश्चिन्त होकर करें ताकि आपको अपनी समस्या से निजात इल सकें। 
  • सबसे पहले अपने स्वास्थ्य समस्या की जानकारी विस्तार में डॉक्टर को दे। याद रशें की आप अपने डॉक्टर को सही जानकारी दें। जैसे यदि आप किसी समस्या से पिछले दो महीनों से परेशान है तो समस्या की समय अवधि दो महीने ही बताये न की एक सप्ताह। आपके द्वारा दी गयी जानकारी और लक्षणों के आधार पर ही डॉक्टर आपका इलाज करता है। इसलिए शर्मायें नहीं और अपनी समस्या को विस्तार में बताएं। 
  • एक-एक कर अपने लिखे सवालो पर चर्चा करें। 
  • एक प्रश्न करने के बाद डॉक्टर का जवाब सुने। जब भी डॉक्टर आपको किसी बात की जानकारी दे, तो उसे ध्यान से सुने और बार -बार बात को न काटे। यदि आप कोई सवाल करना चाहते है तो बातचीत के अंत में करें। 
  • यदि आप अपनी समस्या का इलाज किसी अन्य डॉक्टर से करा रहे थे तो इस बात की जानकारी भी अपने नये डॉक्टर को दे। 
  • बात समझ न आने पर सवाल करें। मौन रहने से आपकी समस्या का कोई हल नही मिल पायेगा। 
  • अपॉइंटमेंट ख़त्म होने से पहले डॉक्टर से यह अवश्य पुच ले की आपको दुबारा कब आना है। साथ ही डॉक्टर का नंबर लेना न भूले। ताकि आपात स्थिति में सीधे डॉक्टर से बात की जा सकें। 
मिलने के बाद:

डॉक्टर से एक बार मिलकर आने के बाद चीजों को न भूले। जैसे -
  • डॉक्टर द्वारा दी गयी दवाइयों का सेवन सही मात्र में सही समय पर करें।
  • दवाइयों का कोर्स पूरा ले। 
  • यदि किसी दवाई का सेवन करने से कोई परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर इ फ़ोन पर बात करें।
  • दुबारा बुलाये जाने पर डॉक्टर से जाकर अवश्य मिले। 
हर आम व्यक्ति की तरह डॉक्टर भी कुछ चीजो को भूल सकते है। जल्दाज़ी, हडबडाहट और किसी विषय पर चर्चा करने में महसूस होने वाली शर्मिंदगी, समस्या से निजात पाने में बाधा बन सकती है। इसलिए सही तैयारी करें और सभी स्वास्थ्य समस्याओं पर बिना डरे डॉक्टर से चर्चा करें। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें