गुरुवार, 8 नवंबर 2012

गाइडिंग फोर डाइटिंग के फंडे


नेहा मल्होत्रा एक पीआर हैं। बहुत सारी चीजों को एक साथ मैनेज करना होता है उन्हें। लेकिन इस मैनेजमेंट में वों कहीं ना कहीं खुद का ध्यान रखना भूल जाती हैं। एक दिन अचानक उनकी एक पुराने मित्र से मुलाकात हुई। तब उस दोस्त ने बताया कि आप थोड़ी हैल्दी लग रही हैं। इसके बाद कैयरिंग नेहा ने तुरंत डाइटिंग करने का मन बना लिया। लेकिन वनज कम करने के चक्र में वो अचानक ही बीमार पड़ गईं। क्योंकि नेहा को डाइटिंग का सही तरीका पता नही था। आपके साथ भी ऐसा हो सकता है। तो इसी को जानने के लिए हम बता रहे हैं अपने एक्सपर्ट के साथ सही डाइटिंग के कुछ फंडे।

मेदान्ता अस्पताल की वरिष्ठ डाबेटीशियन डाॅ. शुभदा भनौत बतातीं है कि वजन कम करने के चक्कर में हम बिना सोचे समझे डाइटिंग करने लगते हैं। इस तरह वजन कम हो न या हो, लेकिन बाद में उसके साइड इफेक्ट्स जरूर भुगतने पड़ते हैं। इसलिए डाइटिंग शुरू करने से पहले इससे जुड़े कुछ मिथ्स जरूर जान लें।

फैट फ्री डाइट अच्छी है 

वजन कम करने के लिए आप फैट इनटेक को कम करना चाहते हैं, तो डाइट में से फैट्स एकदम हटाने की जरूरत नहीं है। डाइटिशंस का कहना है कि खाने में एक पर्याप्त मात्रा में फैट्स होने जरूरी हैं, जो एनर्जी लेवल को बनाए रखने, टिश्यू रिपेयर और विटामिंस को बॉडी के सभी हिस्सों तक पहुंचाने के लिए जरूरी हैं। इसलिए डाइट में से फैट्स को पूरी तरह हटाने के बजाय आप मक्खन जैसे सैचुरेटेड फैट्स को अवॉइड करें और इसकी जगह ऑलिव ऑयल यूज करें।

रात को देर से खाना वजन बढ़ाता है 

यह बात अक्सर कही जाती है कि रात को 7-8 बजे के बाद कुछ नहीं खाना चाहिए। दरअसल, यह बात इतना मायने नहीं रखती कि आप डिनर कितने बजे ले रहे हैं, बल्कि मुद्दा यह है कि आप खा क्या रहे हैं! यह जरूरी नहीं है कि रात को खाने से बॉडी में फैट जमा होता है। बस, इस बात का ध्यान रखें कि सोने से कुछ घंटे पहले ही खाना खा लें, ताकि सोने से पहले यह अच्छी तरह पच सके।

खास चीजों को अवॉइड करते हैं 

खाने की चीजों को लेकर बहुत सी गलत धारणाएं हैं कि अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो कुछ खास चीजें आपके लिए अच्छी हैं और कुछ खास खराब। अगर फल, सब्जियां और नट्स हेल्दी ऑप्शंस हैं, तो जरूरी नहीं कि कार्बोहाइड्रेट्स को आप अपने खाने से पूरी तरह हटा दें। ऐसे में ब्रेड, पास्ता और चावल खाने में कोई बुराई नहीं है।

स्लो मेटाबॉलिज्म एक समस्या है 

यह उन लोगों के लिए एक कॉमन मिथ हैं, जिनका वजन कुछ किलो बढ़ गया है। एक्सपर्ट्स कहते हैं कि आप जितने बड़े हैं, उतनी ही एनर्जी आपकी बॉडी को काम करने के लिए चाहिए होती है। लोगों का वजन तभी बढ़ता है, जब वे खाने में मिलने वाली कैलरीज पूरी तरह बर्न नहीं करते। बेशक ऐसा हमारी आरामदायक लाइफस्टाइल की वजह से होता है।

क्रैश डाइटिंग ही उपाय है 

ड्रास्टिक डाइट से वजन भले ही थोड़े से समय में कम हो जाता है, लेकिन बाद में इससे काफी परेशानी झेलनी पड़ती है। डॉक्टर्स का कहना है कि वजन कम करने का यह एक अनहेल्दी तरीका है। इस तरह न सिर्फ फैट्स कम होते हैं, बल्कि मसल्स व टिश्यूज पर भी इसका बुरा असर पड़ता है। फिर क्रैश डाइटिंग से कमजोरी भी आती है। इससे बचने के लिए स्लो और सस्टेन वेट लॉस प्लान फॉलो करें। इससे भले ही आपका वजन धीरे धीरे कम होगा, लेकिन आप उसे लंबे समय तक मेनटेन कर पाएंगे।

कुछ जरूरी बातें
ज्यादा देर भूखे रहने की बजाय थोड़ी थोड़ी देर में कुछ न कुछ खाने की आदत डालिए। अधिक भूख आपको एक साथ ज्यादा खाने को भी प्रेरित कर सकती है। थोड़ी थोड़ी देर में कुछ खाने से पेट भरा हुआ लगेगा।

क्या करें
अपनी फूड हैबिट बदलिए। रोस्टेड और उबले खाने को तवज्जो दीजिए। ज्यादा से ज्यादा फल और हरी वेजिटेबल्स को सैलेड के रूप में खाइए।
खाने से पहले सूप लेना अच्छा रहेगा। इसमें मक्खन और मसाले न डालें।
डिनर सोने से तीन घंटे पहले करें। खाना खाने के तुरंत बाद बेड पर न जाएं।
देर तक चबाकर खाने की आदत अच्छी है और डाइटिंग में हैल्प करती है। मसूढ़ों की एक्सरसाइज के साथ कम खाने की आदत डेवलेप होती है।
दिन में पानी खूब पीएं। वाटर इनटेक से आपका पेट भरा भरा लगेगा और आपकी बॉडी को डिहाइड्रेट नहीं होने देगा।
कोल्ड और सॉफ्ट ड्रिंक के साथ चिप्स, क्रैकर, सॉल्टी नमकीन और चॉकलेट को बॉय बॉय कर दें।
अगर आप भी नेहा की तरह डाइटिंग के साइड इफेक्ट से बचना चाहतीं हैं तो स्टोरी में बताई गई बातें आपकों काफी लाभ पहुंचा सकती हैं।

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