सोमवार, 21 अप्रैल 2014

पाएं इन्हेलर ज्ञान

इन्हेलर्स, एक छोटा सा उपकरण है। मगर एक अस्थमा रोगी के लिए यह जीवनदान से कुछ काम नहीं है। इन्हेलर कितने लाभकारी हो सकते है और इनका प्रयोग कैसे करें, आइयें इस पर एक नज़र डालते है। 
 
कैसे करते है काम :
 
इन्हेलर, अस्थमा और फेफड़ों या लंग सम्बन्धी स्वास्थ्य समस्याओं में काफी लाभकारी साबित होता है। दरअसल जब आप इन्हेलर का प्रयोग करते है तो इसके प्रयोग से दवाई सीधे फेफड़ों तक पहुचती है। यानि जिस जगह दवाई को पहुचना होता है दवाई सीधे वहीँ पहुचती है।  सरल भाषा में इनहेलर के प्रयोग से फेफड़ों को तुरंत आराम मिलता है जिस कारण यह अन्य दवाइयों से ज्यादा प्रभावी हो जाते है। 
 
साथ ही सीधे असर डालने के कारण यह बहुत काम मात्रा में भी बहुत प्रभावी होते है।  मगर इनका लाभ तभी मिलता है जब आप इसका प्रयोग सही ढंग से करें।

प्रकार :

इन्हेलर के कई प्रकार होते है।  आपके लिए कौन सा विकल्प बेहतर है इसकी जानकारी आपका डॉक्टर देता है।  डॉक्टर आपकी समस्यां की गंभीरता को देखते हुए ही आपको इन्हेलर का परामर्श देता है।  याद रहें कि आप डॉक्टर द्वारा दिए गए इनहेलर का ही प्रयोग करें। 


इनहेलर का प्रयोग करने से आपके सिकुड़े हुए एयरवेज खुल जाते है जिस कारण  या अन्य श्वास संबधी समस्याओं को गंभीर होने से रोका जा सकता है।

सही तकनीक :

यह बहुत जरुरी है कि आप इनहेलर का प्रयोग सही तरीके से करें।  इनहेलर तभी प्रभावी होते है जब आप सांस भीतर लेते हुए इसे प्रेस करते है।  यदि आप ऐसा नहीं करेंगे तो दवाई फेफड़ों में जाने की बजाय आपके गले या फिर आपके मुह से ही रह जाएगी जोकि धीरे धीरे आपके शरीर में चली जाएगी।  इसलिए सही तकनीक का प्रयोग करना बेहद जरुरी है। अगर दवाई लंग्स या फेफड़ों में जाने की बजाय शरीर में जाती है तो इस्सके साइड इफ़ेक्ट भी देखने को मिल सकते है।  इसलिए सही तकनीक को अपनाना जरुरी है।

इनहेलर से आपको लाभ मिले इसके लिए अपने डॉक्टर से सही तकनीक और सही इनहेलर की जानकारी अवश्य ले। 

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