गुरुवार, 7 नवंबर 2013

डायबिटिक रोगी : करें पैरों से प्यार

डायबिटीक रोगी को न सिर्फ अपने ब्लड ग्लूकोस का ध्यान रखना चाहिए, बल्कि उसे अपने पैरों को भी उतना ही महत्त्व देना चाहिए। डायबिटिक रोगी के पैरों से सम्बन्धी समस्या होने की आशंकाएं सामान्य से अधिक होती है। शरीर में बढ़ा हुआ ब्लड शुगर कई बार पैरों की या फिर स्किन समस्याओं को जन्म  है। आइये आज यह जानने का प्रयास करते है कि कैसे एक डायबिटिक रोगी अपने पैरों का धयान रखें। 
 
क्या कदम उठाएं :
  • हर रोज अपने पैरों की जाँच करें।  अगर आपके पैर में किसी तरह की चोट  लग गयी हो या फिर किसी प्रकार की सूजन हो या फिर किसी प्रकार का इन्फेक्शन  हो तो तुरंत डॉक्टर से मिले और अपनी समस्या का इलाज कराएं।
  • नंगे पैर न घूमें।  हमेशा पैरों को पूरी तरह से ढकने वाले जूते या सैंडल्स को ही पहने। ताकि आप अपने पैरों को चोटिल होने से बचा सकें। 
  •  पैरों को सुखा रखें विशेष रूप से अपने पैर की उँगलियों के बीच नमी को बनने न दे। 
  • पैरों की स्किन को कोमल बनाएं रखें का प्रयास करें। 
  • पैरों में रक्त संचार को दुरुस्त रखने के लिए टाइट जुराब या सैंडल्स न पहने। साथ ही बहुत देर तक पैरों को लटकाएं न रखें। ऑफिस के घंटों तक एक ही अवस्था में न बैठे रहें। पैरों को हिलाते रहें और पैरों कि एक्सरसाइज करते रहे।  इससे पैरों में सूजन की समस्या से भी बचा जा सकता है। 
अन्य बातें :
  • डॉक्टर से अपने पैरों की सालाना जाँच अवश्य कराएं। 
  • यदि डॉक्टर आपको किसी विशेष प्रकार के जूते पहनने कि सलाह देते है, जैसे - आगे से चौड़े मुंह वाले जूते या फिर किसी विशेष प्रकार के ब्रांड के जूते तो उनकी सलाह को नजरअंदाज न करें। 
हमारे पैर हमारे शरीर का आधार होता है इसलिए डायबिटिक रोगी को इन्हे ज्यादा केयर देने की आवश्यकता है। अपने पैरों को समय दे और उनका ध्यान रखें। 
 

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