मंगलवार, 28 अगस्त 2012

बारिश में पेट्स को दें संक्रमण से रेस्ट



बरसात का मौसम चल रहा है, चारों ओर हरियाली अपनी छटा बिखेर रही है। आपके लिए लाॅग ड्राईव का सबसे अच्छा समय है, लेकिन संभल कर ये मौसम आपके पैट्स के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इस मौसम की नमी और हयूमेडिटी आपके प्यारे डाॅगी को बीमार बना सकती है। बरसात के गीले मौसम में फंगल, यीष्ट और कई तरह के बैक्टीरियल इंफेक्शन आम होते हैं। इस मौसम में सही देखभाल, अच्छी डाईट और लगातार पैट्स स्वभाव में होने वाले बदलाव को पहचानकर, आप अपने पैट्स को खुशहाल और हैल्दी रख सकते हैं।

पशुचिकित्सक डाॅ. संगीता वेंगसरकर शाह बताती है कि बरसात के मौसम में पैट्स में एनीमल फर और स्क्नि संक्रमण आम होता है। अगर आपका पैट्स इस मौसम में थोड़ी सी भी अप्रत्यासित हरकत करे तो तुरंत इस पर ध्यान दें। बारिश में भीगने पर तुरंत साफ कपड़े से पोंछें। बारिश के मौसम में वैक्सिनेशन का खास ख्याल रखें।

क्या करें पैट्स को संक्रमण से बचाने के लिएः
इसके लिए आपको कई बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।

पंूछ को रखें क्लीन 
आपके पैट्स के लिए गीली पूंछ बैक्टीरियल और फंगल इंफेक्शन के लिए सबसे असान प्लेटफाॅर्म होता है। घूमने के तुरंत बाद उसकी पूंछ को पूरी तरह से साफ कपड़े से सूखा दें। गीला और गंदा कोट न पहनायें।

कानों की सफाईः
नियमित कानों की सफाई इस गीले मौसम में आपके पैट्स को कई तरह के संक्रमण से निजात दिला सकती है। कुछ डाॅग जैसे लैब्रोडर्स और कोकरस्पेनिल्स आदि के कानों में नमी की वजह से मैल जमा हो जाती है जो संक्रमण की वजह बनती है। ऐसे में कानों को साफ करके सुखाना बहुत जरूरी होता है। जैसे ही पैट्स बारिश में भीगकर वापस आये तुरंत उसके कानों को साफ कपड़े से पोंछकर सुखायें।

पंजों की देखभालः
जैसे डाॅगी के कान सेंस्टिव होते हैं वैसे ही पंजों में कई तरह के इंफेक्शन का खतरा होता है। बाहर घूमाने के तुरंत बाद पंजों को सूखे कपड़े से साफ करें, नाखूनों के आस पास की जगह संक्रमण के लिए बहुत उपयुक्त होती है, इसका खास ख्याल रखें। बाहर घूमाते वक्त ध्यान रहे, इस मौसम की गंदगी, कीचड़ और सड़े गले कचरे से दूर रखा जाये जिससे ये गंदगी नाखूनों और पंजों में ना भरे, सक्रमण की बरसात के मौसम में ये सबसे बड़ी वजह होती है। अगर आपका पैट्स लगातार पंजों को चाट रहा है तो ध्यान दें ये इंफेक्शन की शुरूआत हो सकती है। पंजों के पास के बालों को नियमित काटते रहें जिससे पंजों में बालों की वजह से संक्रमण ना हो। 

बदलें दिनचर्याः
बरसात के मौसम में आउटडोर एक्टिीविटीज को, एक दम से कम कर देना चाहिए। बारिश में संक्रमण से बचाने का ये सबसे कारगार उपाय है। ये बात सही है कि घूमना आपके पैट्स की एक्सरसाइज के लिए बहुत जरूरी है लेकिन जब बरसात हो तो इसे कम कर देना चाहिए। साफ और खुले मौसम में आप खुद भी और अपने पैट्स को भी पूरा इंजोय कर सकते हैं। बारिश के मौसम में आप पार्क के चारों ओर दौड़ाने का अभ्यास कर सकते हैं, एलीवेटर पर चढ़ने की पैक्टिस करा सकते हैं। 

कैसा हो खानाः
बरसात के मौसम में एक और जरूरी बात है डाॅग फूड। कुछ पैट्स में बरसात के मौसम में किसी फूड से एलर्जी हो सकती है। ऐसे में जरूरी हो जाता है कि आप अपने पैट्स का खाने के साथ-साथ पाचन का भी खास ख्याल रखें। कुछ पैट्स इस मौसम में घास की पत्तियां खाते हैं। ये पत्तियां मानसून के मौसम में पैट्स के शरीर में फाइबर की कमी को पूरा करती हैं। अगर आप चाहते है कि आपका पैट्स इस ग्रास को ना खाये जो कि संक्रमित हो सकती है, तो आप उसके भोजन में फाइबरयुक्त तत्वों को शामिल करें जैसे केला। केला फाइबर जरूरत को तो पूरा करता ही है साथ ही पाचन को भी अच्छा रखता है। इस मौसम में कुछ पैट्स को दूध से भी एलर्जी हो जाती है तो इसका भी खास ख्याल रखें क्योंकि दूध भी बेलेंस्ड डाईट के लिए बहुत जरूरी है। इसलिए मिल्क का दूसरा तत्व भी फूड में शामिल करें। अगर आपका डाॅग लाॅग एक्सरसाइज जैसे स्विमिंग, हिल वाॅकिंग करता है तो ऐसे में अधिक फेट बर्न होती है इसलिए प्रोपर फेट का ध्यान रखना चाहिए। डाईट के साथ सबसे जरूरी है फूड को रखने की जगह। डाॅग फूड को बरसात के मौसम में हमेशा नमी और फंगल इंफेक्शन से बचाके रखना चाहिए।

बिस्तर का रखें खास ख्यालः
बरसात के मौसम में आप अपने पैट्स को गर्म, साफ और शुष्क बिस्तर दें। ध्यान रहे अगर आपका पैट्स अधिक समय आउटडोर जैसे बालकाॅनी और टेरस पर बिताता है तो वो जगह पूरी तरह से ढकी हो जिससे किसी भी साइड से बारिश अंदर न आ सके। नियमित समय पर आप बिस्तर को बदलते रहें जिससे बिस्तर में बैक्टीरियल संक्रमण पैदा ना हो।

किस तरह के इंफेक्शन का है खतराः
खुजली का मतलब एलर्जी से ही नही है ये बैक्टीरियल इंफेक्शन भी हो सकता है। ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि उसकी स्किन में किस तरह का संक्रमण है क्योंकि बरसात में खुजली की वजह बैक्टीरियल, फंगल, इंसेक्ट बिटस और पिस्सू आदि भी हो सकते हैं।
संक्रमण के लिए प्राथमिक चिकित्साः
अगर आपका पैट्स किसी भी तरह के संक्रमण से ग्रसित है तो आप अपने पैट्स को स्वस्थ रखने के लिए ये पांच स्टैप्स अपनायें। इसके लिए आपको अपने नजदीकी पशुचिकित्सक से संपर्क करना होगा।
1. सबसे पहले आप अपने इस दोस्त के लिए एंटीफंगल डाॅग शैम्पू जोकि पैट्स स्टोर या अपके पास के सुपर मार्केट में मिलेगा। इसके अलावा आप अपने पशुचिकित्सक की सलाह पर स्ट्राॅग डाॅग शॅम्पू भी ले सकते हैं।
2. अपने पैट्स के पंजों को गर्मपानी में एटी फंगल शैम्पू डालकर अच्छी तरह से साफ करें। इसमें आप थोड़ी सी आयोडीन डाल सकते हैं जो शरीर पर आक्रमण करने वाले फंगस को मार देती हैं। पंजों और कान को पूरी तरह से सुखाकर एंटी फंगल मरहम लगायें।
3. लोकल फंगल इंफेक्शन को ठीक करने के लिए आप रिंग वाॅर्म, एंटीफंगल क्रीम और मरहम लगाकर खत्म कर सकते हैं। रिंग वाॅर्म संक्रामक हो सकते हैं इसलिए ट्रीटमेंट के बाद इन्हें पूरी तरह से साफ कर देना चाहिए।
4. बाहर घुमाते वक्त पैट्स के संक्रमित पंजों को बैंडेज और डाॅग बुटीज से कवर कर देना चाहिए।
5. बरसात के इस मौसम में हमेशा पैट्स की देखभाल के बारे में अपने पशुचिकित्सक से बात करते रहना चाहिए। 
अगर आप बताई हुई कुछ बातों पर ध्यान देंगे, तो आपका डाॅगी बरसात के इस मौसम में खेलता कूदता और मस्त रहेगा।



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें