बुधवार, 29 फ़रवरी 2012

कैसे रहें होली के रंगों से सुरक्छित
राजेश राना
रंगों के त्योहार होली पर जमकर धमाल करें, पर कलर में मिले केमिकल से रहें सावधान।क्योकि इन रंगों मै मिले केमिकल आपकी त्वचा को नुकसान पंहुचा सकते हैं | ज्यादातर लोग होली के इस पर्व पर ये भूल जाते हैं की किस रंग का प्रयोग करे कोन से का नहीं | दिल्ली के ज्यादातर बड़े बाजारों में मिलने वाले फेस्टिव कलर्स में गाढ़े केमिकल कलर के ऑप्शन में सिर्फ चाइनीज रंग-गुलाल ही मौजूद हैं, जिनमें टॉक्सिक की मात्रा होती है।

सीनियर डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. अनिल गोयल कहते हैं कि आजकल लोकल दुकानदार केमिकल के साथ-साथ डिटरजंट और रेत मिलाकर भी गुलाल तैयार करने लगे हैं, जो कि न सिर्फ स्किन बल्कि आंखों, सांस की नली और बालों के लिए भी खतरनाक साबित हो सकता है। श्रेया आई सेंटर के हेड डॉ. राकेश गुप्ता कहते हैं कि होली पर ज्यादातर लोग पक्का रंग लगाने में ही विश्वास रखते हैं, कई बार इसके लिए ऐसे रंग भी इस्तेमाल कर लिए जाते हैं जो आंखों के टेंपररी ब्लाइंडनेस का कारण भी बन सकते हैं। इंडियन हार्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. आर. एन. कालरा के मुताबिक, होली खेलते समय रंग को मुंह के अंदर न जाने दें, क्योंकि सिंथेटिक रंगों में मिले मेलासाइट और माइका जैसे केमिकल सांस की नली और हार्ट, किडनी जैसे महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

रंगों के केमिकल का हेल्थ पर इफेक्ट

रंग--- केमिकल--- हेल्थ इफेक्ट

ब्लैक--- लेड ऑक्साइड--- किडनी डैमेज, लनिर्ंग डिसएबिलिटी

ग्रीन--- कॉपर सल्फेट --- आई एलर्जी, टेंपररी ब्लाइंडनेस

पर्पल--- क्रोमियम आयोडाइड--- ब्रोंकियल दमा, एलर्जी

सिल्वर--- एल्युमिनियम ब्रोमाइड--- कैंसर

ब्लू--- प्रशियन ब्लू--- स्किन एलर्जी

रेड--- मर्करी सल्फेट--- स्किन कैंसर, मेंटल रिटार्डेशन

खुद बनाएं रंग

लाल सूखा रंग- लाल चंदन की लकड़ी के पाउडर में सूखे लाल गुड़हल के फूल को पीस कर मिलाए।

गीला लाल रंग- चार चम्मच लाल चंदन पाउडर को पांच लीटर पानी में डालकर उबालें और इसे 20 लीटर पानी में मिलाकर डाइल्यूट करें। अनार के दानों को पानी में उबालने से भी गाढ़ा लाल रंग आता है।

हरा सूखा रंग- हरे रंग के लिए हिना पाउडर इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे चेहरे पर कोई निशान नहीं आएगा। गुलमोहर की पत्तियों को सुखाकर भी चमकदार हरा गुलाल तैयार किया जा सकता है।

गीला हरा रंग- दो चम्मच हिना पाउडर को एक लीटर पानी में घोलकर हरा रंग तैयार कर सकते हैं।

पीला सूखा रंग- दो चम्मच हल्दी पाउडर को पांच चम्मच बेसन में मिलाएं। हल्दी और बेसन उबटन के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है, यह स्किन के लिए काफी फायदेमंद होता है। इसके अलावा गेंदे के फूल को सुखाकर उसके पाउडर से भी पीला रंग तैयार कर सकते हैं।

होली को सुरक्षित बनाने के लिए अपनाएं ये टिप्स
- अपनी स्किन और बालों को रंगों के केमिकल से बचाने के लिए नारियल तेल, ऑलिव ऑयल या बेबी ऑयल अच्छे से लगाएं। सरसों का तेल बिल्कुल न लगाएं।

- केमिकल स्किन के अंदर तक न घुसें इसके लिए मोटे और गाढ़े रंग के पूरे हाथ पैर ढकने वाले कपड़े पहनें। इससे केमिकल का असर स्किन पर कम पड़ता है |

- होली खेलने के बाद रंग उतारने के लिए हार्ड साबुन, डिटरजंट या शैंपू के बजाय बेसन, दही आदि का इस्तेमाल करें। क्योकि ये आपकी स्किन को मुलायम बनाये रखते हैं जिससे स्किन मैं अलर्जी नहीं होती है |

- एक बार में सारा रंग उतारने की कोशिश में बार-बार स्किन को रगड़ें नहीं, रंग को धीरे-धीरे उतरने दें। क्योकि रगड़ने से स्किन लाल पड़ जाती है और वहा चकत्ते पड़ जाते हैं जो बाद मैं बहुत दर्द करते हैं |

- अगर त्वचा में जलन या रैडनेस हो तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।

- अगर आंख में रंग चला जाए तो उसे तुरंत साफ पानी से धोएं। होली खेलते समय या इसके दूसरे दिन बाद तक कॉन्टेक्ट लेंस न लगाएं, क्योंकि रंग लेंस को डैमिज कर सकते हैं।

- होली खेलने से पहले नाखूनों को काट लें। क्योकि नाख़ून होली खेलते वक्त जिसके साथ आप होली खेल रहे हैं उसको लग सकते हैं | अगर आपके नाख़ून बड़े हैं तो ये टूट भी सकते हैं |

- जहां तक हो सके सूखे और हर्बल गुलाल से होली खेलें। क्योकि ये रंग प्राक्रतिक होते हैं और आपको कोई हानि भी नहीं पहुंचाते |
होली आपसी प्रेम और सोहर्दय को त्यौहार है , बिना किसी को नुकसान पहुंचाए आपस मैं खुशिया बाँटने का उत्सव है | ऐसे मैं बाजार मे आये इन केमिकल रंगों से किसी को नुकसान पहुचाये बिना होली का मजा लें|

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