गुरुवार, 19 जून 2014

सीखें न कहने की कला

आपके पास काम का भण्डार है और आपके पास सांस लेने की भी फुर्सत नही है।ऐसे में भी यदि कोई आपसे किसी एक्स्ट्रा काम करने के लिए कहता है तो आप क्या करते है ? क्या आप किसी को "ना" कहने से डरते है।  यदि हाँ तो इस डर के कारण आप अपने आपको एक ऐसे स्ट्रेस के जाल में फंसा रहें है जहाँ से निकलते निकलते आप अपने आपको थका हुआ और तनावपूर्ण महसूस करेंगे। 
 
किस बात का है डर :
  • आपको लगता है कि आपके न कहने से आप किसी की भावनाओ को ठेस पहुचाएंगे। 
  • या आप इस बात से डरते है की कहीं आपकी न आपके और सामने वाले के संबंधों को ख़राब करेंगे। 
  • या आप अपनी कार्य क्षमता पर प्रश्न चिन्ह लगा लेंगे। 
यदि आप इन् बातों को सोच रहें है तो एक बार सोचे की यदि आप किसी को मना नहीं करेंगे तो आपके पास इतने सारे काम हो जायेंगे की आप न तो अपने काम समय पर पुरे कर पाएंगे और न ही किसी को को अच्छे से निभा पाएंगे। 
 
कैसे कहें न :
 
  • सबसे पहले जब भी कोई आपसे मदद मांगे आप उसे काम न करने का एक कारण दे। जैसे - आप अभी किसी काम में व्यस्त है और आप अभी किसी की भी मदद नहीं कर सकते है। अगर आपका काम समय रहते पूरा हो गया तो आप  उसकी मदद अवश्य करेंगे। 
  • इस बात को समझाने का प्रयास करें की आप चाहते है की आप उनकी मदद करें मगर आप समय के आभाव के कारण मदद नहीं कर प् रहे है। 
  • अगर बताया जा रहा काम बहुत जरुरी नहीं है तो सोच कर बताने की बात को कहें। 
  • अगर आप नहीं कर सकते है तो आप किसी अन्य ऐसे व्यक्ति का  भी नाम विकल्प में दे सकते है जो उनकी मदद कर सके। 
याद रहें :
 
  • एक बार किसी की मदद करने का यह अर्थ नहीं आप उसकी हर बार मदद करेंगे। 
कई बार एक छोटी सी न आपको बहुत सी परेशानियों में जाने से बचा सकता है। 
 

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