गुरुवार, 12 मई 2011

मुक्ति स्किन रैशेज से

गर्मियां अपने साथ जहाँ स्वैटेर्स से मुक्ति और मौज मस्ती लाती है, वहीं दूसरी और बहुत सी स्किन समस्याओं को भी जन्म देती है. स्किन रैशेज इन्हीं समस्याओं में से एक समस्या है. अधिक जानकारी के लिए इस लेख को पढ़े:

गर्मियों का मतलब है तेज़ धूप और खूब सारा पसीना. नतीजा, शरीर के हिस्सों में पसीने का जमाव और स्किन रैशेज की समस्या का जन्म होना. खुजली, जलन और पसीना आने पर होने वाली परेशानी स्किन रैशेज के सामान्य लक्षण है. अक्सर गर्मियों के मौसम से यह समस्या ज्यादातर लोगों को परेशान करती है.

पसीने का जमाव, नमी और बैक्टीरियल संक्रमण इस समस्या को जन्म देता है इसलिए यदि आप इस समस्या से बचाना चाहते है तो पसीने के जमाव और नमी से बचें.

प्रभावित होने वाले हिस्से :

गर्दन के आसपास, शरीर के छिपे अंग, जैसे - बगल, गुप्तांगों के आसपास की जगह आदि.

क्या कदम उठायें :
  • तंग या टाईट फिटिंग वाले कपडे न पहने.
  • हलके व पतले कपडे पहने. मोटे या भरी कपड़े पहनने से बचें.
  • कपड़े हमेशा ऐसे मटिरियल के पहने जो पसीना को सोखें, जैसे सूती. नायलोन या तैरिकोट जैसे मटिरियल के कपड़ों को पहनने से बचें. यह पसीना सोखते नहीं है और स्किन पर बार-बार रगड़ लगने से समस्या को और भी परेशानी भरा बना सकता है.
  • अपने हायजिन का विशेष ध्यान रखें. दिन में दो बार अवश्य नहायें. किसी प्रकार का खेल खेलने, जिम जाने या स्वीमिंग आदि जाने के बाद नहायें अवश्य. साथ ही हमेशा साफ़ कपड़े पहने.
  • प्रीक्लिहीट पाउडर का प्रयोग करें. बर्फ आदि को लगाने पर भी आपको आराम मिलेगा.
  • कैलामाइन लोशन का प्रयोग करें. यह आपकी जलन को कम करने में सहायक साबित होगा.
  • ठंडी चीजों का सेवन करें. साथ ही बहुत अधिक मसालेदार या तैलीय खाने से परहेज़ करें.
  • अगर आपकी समस्या इन सभी उपायों को अपनाकर भी दूर न हो तो डर्माटोलोजिस्ट से अवश्य मिलें.
मौसम के अनुसार अपनी जीवनशैली में बदलाव लायें. तेज़ धूप में निकलने से बचे और खूब सारा पानी पियें.

(डॉ सचिन धवन, डायरेक्टर, क्लिनिकल एंड ऐस्थेतिक डर्माटोलोजी, आरटीमिस हैल्थ इंस्टिट्यूट, गुडगाँव से बातचीत पर आधारित)

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