मंगलवार, 15 मार्च 2011

होली : क्या आप तैयार है


रंगों का त्योहार होली अपने साथ ढेरों रंग व खुशियाँ लेकर खड़ा है। पर क्या आपने अपने शरीर को होली के हुडदंग और पकवानों की धूम के लिए तैयार कर लिया है? क्या आप होली खेलने से पहले ही अपनी स्किन और बालों का बचाव करने के लिए तैयार है या इस बार भी आप होली के बाद जाकर परेशान होने वाले है। आइये जानते है कि कैसे आप अपने आपको होली ले लिए तैयार करें :

सावधानी भरे कदम :
  • होली मार्च के महीने में आ रही है। मार्च का महीना यानी बदलते मौसम का आगाज़। बदलते मौसम में स्किन और बालों की बहुत सी समस्याएँ जनम ले लेती है। रुखी स्किन, डैंड्रफ, स्किन एलर्जी, रैशेज आदि बदलते मौसम की बहुत ही सामान्य सी समस्याएँ है। ऐसे में रंगों की हुडदंग आपकी इन समस्याओं को बढ़ा सकता है। ऐसे में रंगों की हुडदंग आपकी इन समस्याओं को बढ़ा सकती है। इन सबसे बचने के लिए नमी को बनाये रखे। ओलिव आयल का प्रयोग करें।
  • बालों पर तेल लगाये और स्किन पर पेट्रोलियम जैली और नाखुनो का बचाव करने के लिए नेल इनेमल का प्रयोग करें।
  • परमानेंट रंगों का प्रयोग करने से बचें। इन रंगों में विषैले पदार्थ होते है जो आपकी स्किन को नुकसान पहुचाते है। इससे बचने के लिए ओरगेनिक रंगों का प्रयोग करें।

क्या करें बाद में :

  • होली के बाद रंगों को उतारने के लिए बेसन और मलाई का प्रयोग करें। साबुन और डिटरजिंट आपकी स्किन को और नुक्सान पहुंचा सकते है।
  • बालों और सर पर जमा रंगों को निकालने के लिए कोमल शैम्पू का प्रयोग करें और पएच बैलंस कंडिशनर का प्रयोग करें।
  • नहाने के बाद अपनी स्किन की खोई नमी को पाने के लिए बादाम तेल का प्रयोग करें।

इन सबके आलावा जोर जबरदस्ती कर होली का रंग न लगायें, गुब्बारों का प्रयोग न करे, आँखों का बचाव करें और शराब या नशीले पदार्थों का सेवेन न करें। होली खुशियों और मौज-मस्ती का त्यौहार है। इसे पूरे जोश के साथ मनाये और जोर से कहे "होली है, भाई होली है"!!!!!

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें